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रिपोर्ट- चौधरी अफ़सर

गाजियाबाद के नाहल क्षेत्र में बड़े स्तर पर फल फूल रहा है कैंसर का कारोबार

गाजियाबाद के थाना मसूरी क्षेत्र में मांगुर मछली का पालन बड़े स्तर पर फल फूल रहा है। आपको बता दें की पहले लोग खेतों से 5 से 8 फीट मिट्टी उठवाकर खनन कराते हैं, फिर खेतों की मिट्टी बेचकर मोटी रकम वसूलते हैं। उसके बाद खेतों को खंडर बताकर मांगुर मछली जैसी मछली का पालन बड़े स्तर पर करते हैं। मालूम हो कि मांगुर मछली का कारोबार या पालना पूरे भारत मे राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा बैन किया गया है।

NGT के आदेशों की धज्जियां उढ़ाते नज़र आ रहे हैं गाजियाबाद के ग्राम नाहल क्षेत्र में, यहां पर मांगुर मछली का कारोबार व पालन बड़े स्तर पर फल फूल रहा है लगभग 15 से 20 तालाब में 1 किलो से 5 किलो तक की मांगुर मछली का पालन चल रहा है। ये लोग मांगुर मछली को मरा हुआ व गला हुआ मुर्ग़े व आये जानवरों का मांस खिलाते देखे जा रहे हैं।

आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि तालाब के पास खड़ी ये गाड़ी जिसमें मुर्गे का सड़ा हुआ मास है जिसको बराबर में खड़ी मसीन में पीस कर मांगुर मछलियों को खिलाया जाता है।

इसी वजह से इस मछली से कैंसर जैसी अन्य बीमारी जैसे थाइरोइड, ह्रदय रोग, डायबिटीस व अर्थरोइट्स जैसी बड़ी बीमारियों को जन्म देती है, इसकी वजह से पर्यावरण को भी भारी नुकसान होता है, इसी कारण राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने इसे पूरे भारत में बैन किया हुआ है।

मत्स्य विभाग अधिकारी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि संज्ञान में आया है कि ग्राम नाहल के आस पास बड़ी संख्या में लोग मांगुर मछली का पालन कर रहे हैं। मार्च के महीने में हम लोग व्यस्त थे और हमारे पास स्टाफ भी कम है इसी कारण कार्येवाहि नहीं हो पाई अप्रैल के महीने में हम पुलिस प्रशासन और उप जिलाधिकारी सहित पत्रकार बंधुओं का साथ लेकर इस मामले पर कार्रवाई करेंगे। यह लोग एनजीटी के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं इनके ऊपर सख्त कार्रवाई करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।

जानकारी देते हुए बताया कि आप के माध्यम से इन लोगों को आगाह किया जाता है कि अगले 1 सप्ताह में जो लोग मांगुर मछली का पालन कर रहे हैं वह लोग पालन तत्काल बंद करें अन्यथा इन के द्वारा जितने भी तालाब बनाए गए हैं उन्हें जेसीबी मशीन के द्वारा तोड़ा जाएगा जो मछलियां इनके खर्चे से निकलवाई जाएंगी उन्हें जेसीबी से गड्ढा खुदवालर इनके खर्चे पर दवाई जाएंगी इन लोगों के खिलाफ जो भी धाराएं बनेंगी उनपर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर इन्हें जेल भेजा जाएगा।


इनको इसमें किसी तरह की कोई छूट नहीं मिलनी है जब तक हम नहीं पहुंच पा रहे हैं तब तक इन लोगों से अनुरोध है कि यह लोग मांगुर मछली पालन तत्काल बंद करें मछलियों को निकलवाए मिट्टी में दबाए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर विभाग के पास जमा कराएं।

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