मुरादनगर (अहम सत्ता) पत्रकार रजनीश शर्मा, जितेंद्र कुंडू और युसुफ राजपूत ने समाज में उनके खिलाफ झूठी अफवाह फैलाने के आरोप में अबसार उल हक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की है। तीनों पत्रकारों का आरोप है कि अबसार उल हक ने साक्ष्य और तथ्यों के अभाव में उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 26 जून 2024 को मुरादनगर के ईदगाह बस्ती कॉलोनी, चौड़ा खडंजा, वकील कबाड़ी के घर पर एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया था, जिसमें पत्रकारों को फोन कॉल के माध्यम से बुलाया गया था। प्रेसवार्ता में पीड़ित महिला और पुरुषों ने अबसार उल हक पर गंभीर आरोप लगाए। पीड़ितों का कहना था कि अबसार उल हक ने संगीन धाराओं को हटवाने के बदले एक लाख रुपये की मांग की, जिसमें से 80 हजार रुपये दिए जाने की बात सामने आई। प्रेसवार्ता में मौजूद पत्रकारों ने इस बयान को कैमरे में रिकॉर्ड किया और समाचार पत्रों व चैनलों में प्रकाशित किया गया।
पत्रकारों का कहना है कि इस रिपोर्टिंग के बाद अबसार उल हक ने उनके खिलाफ झूठी अफवाहें फैलाना शुरू कर दिया।
पत्रकारों की न्याय की मांग: निष्पक्ष जांच और कानूनी कार्यवाही की अपील
प्रार्थी पत्रकारों ने संबंधित अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे इस मामले का संज्ञान लेकर निष्पक्ष जांच कराएं और अबसार उल हक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करें। उनका कहना है कि अबसार द्वारा फैलाए जा रहे झूठ से उनकी छवि धूमिल हो रही है और समाज में गलत संदेश जा रहा है। इस पूरे मामले में निष्पक्षता से कार्रवाई कर पत्रकारों को न्याय दिलाने की अपील की गई है।