तेजवीर कर्दम (सेक्टर संयोजक जलालाबाद मंडल ग्राम निगरावठी)
दिवाली भारतीय संस्कृति का एक ऐसा पर्व है, जिसमें हर तरफ रौशनी और खुशियों का माहौल होता है। लेकिन आज के समय में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जो स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। इस दिवाली, हमें पर्यावरण को प्राथमिकता देते हुए अपने त्योहार को प्रदूषण मुक्त तरीके से मनाना चाहिए।
हम सब जानते हैं कि दिवाली पर पटाखों का प्रचलन हमारे पर्यावरण को हानि पहुंचाता है। इसलिए, हमें पटाखों के बजाय मिट्टी के दीयों और प्राकृतिक सजावट का इस्तेमाल करना चाहिए। दीयों की रोशनी से न केवल घर में बल्कि हमारे दिलों में भी उजाला होता है।
आइए, इस दिवाली हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम प्रदूषण रहित तरीके से इस त्योहार को मनाएंगे और साथ ही अपने परिवार, समाज और पर्यावरण की रक्षा भी करेंगे। यह पर्व हमें जीवन में सच्ची खुशी का अनुभव कराता है और एकता एवं भाईचारे का संदेश देता है।