आफताब ठेकेदार (ग्राम निगरावठी समाजसेवी)
दिवाली का पर्व हर साल हमें नई उमंग और उत्साह से भर देता है। यह त्योहार न केवल घरों को रौशन करता है, बल्कि दिलों में भी खुशियां भर देता है। लेकिन इस पर्व पर बढ़ते प्रदूषण के कारण हमें इसे प्रदूषण मुक्त तरीके से मनाने की आवश्यकता है।
दिवाली पर पटाखों का उपयोग हमारे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाता है। इसके धुएं से हवा प्रदूषित होती है, जिससे सांस की बीमारियां और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। इस बार हमें पटाखों की जगह दीयों और फूलों की सजावट का उपयोग करना चाहिए। मिट्टी के दीये जलाने से न केवल हमारे घर रौशन होते हैं, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपराओं को भी जीवित रखते हैं।
आइए, इस दिवाली पर हम एक नई शुरुआत करें और प्रदूषण मुक्त दिवाली का संकल्प लें। एक समाजसेवी होने के नाते मैं सभी से आग्रह करता हूँ कि हम इस पर्व को सादगी और प्रेम के साथ मनाएं और अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखें।