चौधरी अफसर (अहम सत्ता)
जिला गाजियाबाद के रजापुर ब्लॉक के मसूरी गांव में क्षेत्र पंचायत द्वारा विकास कार्यों पर असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। मसूरी से नाहल की ओर जाने वाले रास्ते पर 245 मीटर इंटरलॉकिंग का काम ब्लॉक प्रमुख निधि से करवाया गया था, जिस पर ब्लॉक प्रमुख मोनिका चौधरी का नाम अंकित पट्टिका भी लगाई गई थी। लेकिन हाल ही में इस पट्टिका को तोड़ दिया गया, जिससे गांव में विवाद उत्पन्न हो गया है।
क्षेत्र पंचायत बीडीसी के पति आरिफ अली ने इस घटना के खिलाफ सोशल मीडिया पर आवाज उठाई और एक वीडियो पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी इस विकास कार्य से परेशान हैं। आरिफ अली ने कहा, “चाहे इस पट्टिका के सौ टुकड़े कर दिए जाएं, हम अपने क्षेत्र के लिए विकास कार्यों को जारी रखेंगे। इस घटना की हम उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे और निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे।” उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस विवाद में ग्राम प्रधान शहजाद प्रधान ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इन आरोपों को सिरे से खारिज किया। प्रधान ने बताया कि यह घटना बच्चों के खेलते समय अनजाने में हुई हो सकती है, क्योंकि पत्थर ठीक से नहीं लगा था। उन्होंने कहा, “हमारे द्वारा इस पट्टिका को नहीं तोड़ा गया। जो लोग गांव में अशांति फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।” प्रधान की एक ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें उन्होंने इस तरह के विवाद उत्पन्न करने वाले लोगों को फटकार लगाते हुए कहा है कि ऐसे वीडियो बनाकर क्षेत्र की छवि खराब करना गलत है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत द्वारा लगभग 200 मीटर और ब्लॉक प्रमुख निधि द्वारा डेढ़ सौ मीटर इंटरलॉकिंग, का कार्य किया गया था। जिससे कुल 350 मीटर रास्ता पूरा हुआ है। प्रधान ने जोर देकर कहा कि किसी भी विकास कार्य को तोड़ना और इस तरह की अफवाहें फैलाना अनुचित है।