गाजियाबाद। भारतीय किसान संगठन के जिला अध्यक्ष लोकेश नागर के नेतृत्व में ग्राम भूड़ गढ़ी में 26 नवंबर को किसानों की एक अहम बैठक आयोजित हुई। यह बैठक सनसिटी बिल्डर द्वारा पिछले 20 वर्षों से किसानों की जमीन को बंधक बनाए रखने और डीपीआर की पेचीदगियों में फंसाने के विरोध में हुई।
किसानों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं
बैठक में लोकेश नागर ने बताया कि पिछले 9 वर्षों से किसान अपनी जमीन को लेकर लगातार धरने पर बैठे हैं, लेकिन न तो बिल्डर और न ही जिला प्रशासन इस समस्या को सुलझाने में रुचि दिखा रहा है। किसानों का कहना है कि वे अपनी जमीन के मालिक होने के बावजूद उस पर कोई अधिकार नहीं रख पा रहे हैं। वे न तो इसे बेच सकते हैं और न ही इसे उपयोग में ला सकते हैं।
किसानों ने बताया कि उनकी जमीनें ही उनकी जमा पूंजी हैं, जिन पर वे अपनी जरूरतों के वक्त निर्भर रहते हैं। महंगाई के इस दौर में जमीन बेचकर अपनी समस्याओं का हल निकालने की उनकी आखिरी उम्मीद भी बिल्डर और प्रशासन की अनदेखी के कारण खत्म हो गई है।
29 नवंबर को होगी महापंचायत
लोकेश नागर ने घोषणा की कि 29 नवंबर को ग्राम इकला में बिल्डर से प्रभावित सभी गांवों के किसानों की एक महापंचायत आयोजित की जाएगी। इस महापंचायत में किसानों के अगले कदम का फैसला लिया जाएगा। अगर समस्या का समाधान जल्द नहीं निकला, तो भारतीय किसान संगठन सनसिटी बिल्डर का काम बंद करवाने और किसानों को उनकी जमीनें वापस दिलाने के लिए बड़े आंदोलन की तैयारी करेगा।
प्रमुख किसान नेता हुए शामिल
इस बैठक में प्रमुख रूप से फजर, अफलातून, हाजी मारूफ, महेंद्र प्रधान, महाराज सिंह नागर समेत कई किसान नेता और ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर संघर्ष को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
किसानों की इस समस्या और आंदोलन ने प्रशासन और बिल्डर के रवैये पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि आगामी महापंचायत में क्या निर्णय लिया जाता है और यह आंदोलन कितना प्रभावी साबित होता है।
संवाददाता: गाजियाबाद