वाई. के. राजपूत (सं)
गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में थाना वेवसिटी पुलिस ने अवैध लिंग परीक्षण रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से अल्ट्रासाउंड मशीन, एमटीपी उपकरण, दवाइयां, नकदी और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई।
मामला कैसे खुला?
दिनांक 1 दिसंबर 2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) गाजियाबाद कार्यालय के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग संजोग ने अवैध लिंग परीक्षण की सूचना दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए शिवा हॉस्पिटल, मानसरोवर पार्क, लाल कुआं पर छापा मारा। इस दौरान नाजिम (पुत्र दिलशाद, निवासी मुरादपुर, हापुड़) और ममता (पत्नी संदीप, निवासी विजय नगर, गाजियाबाद) को गिरफ्तार किया गया।
बरामदगी
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से निम्नलिखित सामग्री बरामद हुई:
1. अल्ट्रासाउंड मशीन
2. एमटीपी उपकरण और दवाइयां
3. एक कार
4. 22,000 रुपये नकद
5. पेन ड्राइव में वीडियोग्राफी
6. खाली प्रिस्क्रिप्शन स्लिप, बिल बुक और मेडिकल सर्टिफिकेट
7. अन्य संदिग्ध दस्तावेज
अपराधियों के नेटवर्क का खुलासा
कार्रवाई के दौरान सन्नी उर्फ आशा (पत्नी वेदपाल, निवासी लाल कुआं) और संदीप (निवासी अमरोहा) मौके से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह गिरोह गाजियाबाद और आसपास के जिलों में अवैध लिंग परीक्षण के जरिए बड़ी कमाई कर रहा था।
आरोप: पैसे के बल पर चल रहा अवैध धंधा
सूत्रों के अनुसार, संबंधित विभाग के कुछ अधिकारी और दलाल इस अवैध काम में संलिप्त हैं। आरोप है कि पैसे के बल पर अवैध अल्ट्रासाउंड और लिंग परीक्षण की गतिविधियां संचालित हो रही हैं। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने डॉ. अनुराग संजोग की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है और अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। साथ ही, गाजियाबाद और आसपास के जिलों में चल रहे अन्य अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर भी सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला समाज में व्याप्त अवैध गतिविधियों और सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। पुलिस और संबंधित विभागों की जिम्मेदारी है कि वे इस पर कठोर कदम उठाकर दोषियों को सजा दिलाएं और अवैध लिंग परीक्षण की कुरीति को समाप्त करें।