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गाजियाबाद, 27 नवंबर 2024:
महिला सुरक्षा और जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषय पर आज एस.डी.जी.आई. ग्लोबल विश्वविद्यालय में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दों को प्रभावी रूप से उठाना और समाधान प्रस्तुत करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री महेन्द्र अग्रवाल, कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रसन्नजीत कुमार, उप-कुलपति श्री पीयूष श्रीवास्तव (आई.पी.एस., सेवानिवृत्त), कुलसचिव डॉ. राजीव रतन, और मुख्य अतिथि राष्ट्रीय न्याय और महिला सुरक्षा आयोग की चेयरपर्सन सुश्री पूजा शर्मा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।

कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रसन्नजीत कुमार ने कार्यशाला के महत्व और इसके विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा एक सामाजिक जिम्मेदारी है और इसे प्रत्येक स्तर पर लागू करना आवश्यक है।

कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में डॉ. विभा सिंह, निदेशक, ने सभी उपस्थितों का स्वागत किया और महिलाओं की सुरक्षा और जागरूकता के संदर्भ में विषय की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है और इसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

मुख्य अतिथि की प्रभावशाली प्रस्तुति:
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, सुश्री पूजा शर्मा, ने अपने संबोधन में समाज में महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला और महिलाओं को साहस और आत्मनिर्भरता अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “महिलाएं अगर अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहें और आत्मनिर्भर बनें, तो समाज में एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।”

उन्होंने साइबर अपराधों और सोशल मीडिया के उपयोग में बरती जाने वाली सावधानियों पर भी विस्तार से चर्चा की। “डिजिटल अरेस्ट” की अवधारणा को समझाते हुए उन्होंने कहा कि इंटरनेट के खतरों से बचाव के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है।

सत्र का समापन संवाद के साथ:
कार्यशाला का समापन छात्रों और विशेषज्ञों के बीच संवाद सत्र के साथ हुआ। प्रतिभागियों ने अपनी जिज्ञासाएं व्यक्त कीं और विशेषज्ञों ने उनके सवालों का समाधान प्रस्तुत किया। डॉ. विभा सिंह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई और इसे प्रभावशाली बनाया।

कार्यशाला का संचालन शतीक्षा अग्रवाल द्वारा किया गया, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को कुशलता से प्रस्तुत किया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के निदेशक, शिक्षक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे, जिनकी भागीदारी ने इसे सफल बनाया।

यह कार्यशाला महिलाओं की सुरक्षा और जागरूकता के लिए एक प्रभावशाली मंच सिद्ध हुई और इसमें प्रस्तुत विचारों एवं समाधानों ने प्रतिभागियों को प्रेरित किया। एस.डी.जी.आई. ग्लोबल विश्वविद्यालय का यह प्रयास महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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