बसपा के वरिष्ठ नेता और अमरोहा से पूर्व लोकसभा प्रत्याशी, साथ ही नगर पंचायत डासना के अध्यक्ष पति, डॉ. मुजाहिद हुसैन उर्फ बाबू भाई ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रखने पर माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है। डॉ. मुजाहिद हुसैन ने कहा कि इस निर्णय से न केवल अल्पसंख्यक समुदाय की शिक्षा को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि भारत के संविधान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा का भी एक मजबूत संदेश दिया गया है।
डॉ. हुसैन ने सुप्रीम कोर्ट के माननीय न्यायाधीशों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि एएमयू का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रखना अल्पसंख्यकों की ऐतिहासिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक पहचान के सम्मान को बनाए रखने का प्रतीक है। उन्होंने इसे अल्पसंख्यक समुदाय के शैक्षणिक विकास के लिए एक सकारात्मक कदम बताया और इस निर्णय को अल्पसंख्यक अधिकारों के प्रति न्यायपालिका की प्रतिबद्धता का प्रमाण कहा।
डॉ. मुजाहिद हुसैन के अनुसार, इस फैसले से देशभर में अल्पसंख्यकों के बीच एक सकारात्मक संदेश जाएगा और उन्हें अपने अधिकारों और शिक्षा के प्रति और भी जागरूक होने का अवसर मिलेगा।