महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप का राज अब धीरे-धीरे खुलते जा रहा है। छत्तीसगढ़ से शुरू हुई कहानी अब संयुक्त अरब अमीरात तक पहुंच गई है। प्रवर्तन निदेशालय इस गोरखधंधे की परत दर परत खोलने में लगी है। अब तक तलाशी अभियान के दौरान 417 करोड़ रुपये की नकदी और संपत्ति जब्त की जा चुकी है। ईडी ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया है कि महादेव बुक ऐप के दोनों प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने संयुक्त अरब अमीरात में अपना बड़ा साम्राजय बना लिया है।वहीं इसके प्रमोटर सौरभ चंद्राकर ने पूछताछ में बताया है कि वो तो सिर्फ एक मोहरा है। पर्दे के पीछे से सारा खेल अमित रच रहा था। उसने दावा किया है कि इन सबके पीछे कई बड़े नाम शामिल हैं।
ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म महादेव बुक ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्रकार ईडी के सामने कई खुलासे किए हैं। रवि उप्पल और सौरभ चंद्रकार ने बताया है कि उन लोगों को मोहरे की तरह इस्तेमाल किया गया। सौरभ ने बताया है कि ‘मेरे घर की हालत ठीक नहीं थी, मुझे पैसों का लालच देकर बुलाया गया था। एक बार इस धंधे में घुसने के बाद कमाई होती गई और मैं चकाचौंध की दुनिया में बह गया। मास्टर माइंट अमित सीखा रहा था, कि सबकुछ कैसे करना है। उसने कबूल किया है कि कमाई ज्यादा हो रही थी, लिहाजा मैं खुद को रोक नही पाया और आगे बढ़ता गया।’
कई बड़े नाम हैं शामिल
सौरभ चंद्रकार ने बताया कि इस खेल में कई बड़े-बड़े लोगों के नाम शामिल हैं। इसलिए मुझे कभी डर नहीं लगा। सौरभ के मुताबिक वो इस धंधे में शामिल बड़े लोगों के कभी घर नहीं गया, लेकिन शक्ल से पहचानता है। उसका कहना है कि वो इस धंधे की बहुत छोटी मछली है। सौरभ के मुताबिक अमित इस गोरखधंधे का मास्टरमाइंड है। उसने ईडी के सामने कबूल किया है कि अमित और उसके लोग इंडिया से करीब-करीब सारा धंधा समेट चुके हैं। इस बात की खबर सबको है। उसका कहना है कि अमित और उसके लोगों ने मेरा नाम सामने रखकर पर्दे के पीछे से सारा खेल रचा।
शाही शादी भी बिजनेस की एक चाल
सौरभ चंद्रकार ने अपनी शादी शादी को लेकर भी खुलासा किया है। उसकी माने तो शादी में 150 करोड़ खर्च करने के पीछे भी प्लानिंग थी। धंधा चलाने वाले चाहते थे कि ऐश-मौज और पैसों की चकाचौंध देखकर उनसे कस्टमर जुड़ेंगे। इसी प्लानिंग के तहत मेरी शादी में इतना तामझाम किया गया। सौरभ ने बताया है कि उसकी शादी एक नॉर्मल परिवार की लड़की से हुई थी। उसने कबूल किया है कि वो चकाचौंध और ऐश-ओ-आराम की दुनिया में खो गया था। हालांकि, अभी ईडी की पूछताछ जारी है। इस मामले में और कई खुलासे हो सकते हैं। सवाल ये है कि सौरभ जिन बड़े लोगों के बारे में बता रहा है वो आखिर कौन हैं? क्या उनका नाम भी समाने आएगा?