चौधरी अफसर
गाजियाबाद के थाना मसूरी क्षेत्र में बकरों की चोरी की घटना को लेकर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चार बकरे बरामद किए हैं। हालांकि, पीड़ित पक्ष का दावा है कि यह चोरी नहीं, बल्कि लूट का मामला है, जिसे पुलिस द्वारा गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
घटना का विवरण
दिनांक 28 अगस्त 2024 को ग्राम कुशलिया निवासी श्री फुरकान ने थाना मसूरी में तहरीर दी कि उनके फार्म हाउस से 28 बकरे चोरी हो गए हैं। पुलिस ने इस मामले में तत्काल अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू की।
दिनांक 2 सितंबर 2024 को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कल्लूगढ़ी के पास से नहर बम्बे की ओर जाने वाले रास्ते पर दो अभियुक्तों को चार बकरे के साथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों में आकाश उर्फ ऐरिस कट्टू और कालू उर्फ कृष्णा शामिल हैं, जो दिल्ली के मंगोलपुरी क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस का दावा है कि इन दोनों अभियुक्तों ने अन्य साथियों के साथ मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
फुरकान का दावा
फार्म हाउस के मालिक फुरकान से संपर्क किया गया तो बताया कि 28 अगस्त की सुबह करीब चार लोग उनके फार्म हाउस में घुसे। उन्होंने फार्म की दीवार को तोड़कर अंदर प्रवेश किया, उनके गार्ड को बंदूक की नोक पर बंधक बनाया और 28 बकरे एक पिकअप गाड़ी में लादकर फरार हो गए। फुरकान का आरोप है कि यह एक संगठित लूट की घटना थी, जिसे पुलिस द्वारा चोरी का मामला बना दिया गया है।
वायरल वीडियो से सामने आया नया मोड़
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति को स्थानीय लोगों द्वारा पकड़ा गया है। वीडियो में वह व्यक्ति कह रहा है कि हम चार लोग थे जिनमें से तीन भाग गए मेरा नाम आकाश पुत्र सत्तू है मैं भी दिल्ली का निवासी हूं और मैं दो महीने से इस काम में आया हूं मैं यहां पर दो बार आया हूं एक बार पहले आया था लेकिन मैं कुछ चुरा कर नहीं ले गया इस बार चोरी करने आया था जो गाड़ी चोरी में इस्तेमाल की जाती है वह राहुल की और भविष्य में ऐसा न करने की बात कह रहा है। इस वीडियो ने पूरे मामले में नया मोड़ ला दिया है और पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं। क्योंकि यह वीडियो 31 तारीख का बताया जा रहा है जबकि पुलिस का कहना है कि इस 2 सितंबर को पकड़ा है
पुलिस की प्रतिक्रिया
थाना मसूरी पुलिस का कहना है कि उन्होंने इस मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है और अन्य फरार अभियुक्तों की तलाश जारी है। पुलिस ने इस मामले को चोरी की घटना के रूप में पंजीकृत किया है और जांच जारी है। हालांकि, वायरल वीडियो और फुरकान के दावे के आधार पर, इस बात की संभावना है कि मामला लूट का हो सकता है, जिसे गहराई से जांचने की जरूरत है।
गिरफ्तार अभियुक्तों की जानकारी
गिरफ्तार अभियुक्तों में आकाश उर्फ ऐरिस कड्डू और कालू उर्फ कृष्णा शामिल हैं, जिनके खिलाफ पहले भी चोरी और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। इनके अन्य साथी, जिनमें सन्दीप उर्फ गेन्थूल, राहुल उर्फ बकरा, मन्नी उर्फ मनीष, मुल्ला जाकिर, गुड्डू चिकना और पिकअप का मालिक दीपक शामिल हैं, अभी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस की जांच पर सवाल
पुलिस की कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका मानना है कि पुलिस ने मामले को सही तरीके से नहीं लिया और इसे चोरी का मामला बनाकर हल्के में लिया है। लेकिन अब फुरकान और अन्य स्थानीय लोग इस मामले को लेकर शांत नज़र आ रहे हैं। जबकि संपर्क के दौरान फुरकान ने बताया था कि पुलिस से मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
निष्कर्ष
यह मामला एक साधारण चोरी का नहीं, बल्कि एक संगठित लूट का प्रतीत होता है। पुलिस की कार्रवाई पर उठते सवाल और वायरल वीडियो के सामने आने के बाद, इस घटना की गहराई से जांच करना आवश्यक है ताकि सही तथ्यों का पता लगाया जा सके और दोषियों को सजा मिल सके। पुलिस को इस मामले में उचित कदम उठाकर न्याय सुनिश्चित करना चाहिए।