रिपोर्ट- चौधरी अफसर
गाजियाबाद (अहम सत्ता) सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर एक कट्टर सनातनी आईडी से वायरल हो रहे वीडियो में एक युवक द्वारा धर्म विशेष के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी ने तहलका मचा दिया है। इस मामले ने न केवल सोशल मीडिया पर लोगों की भावनाओं को आहत किया, बल्कि सामुदायिक सौहार्द को भी गंभीर खतरे में डाल दिया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए खोड़ा पुलिस ने तत्काल संज्ञान लिया और आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है।
खोड़ा पुलिस के सहायक पुलिस श्री स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया, “इस प्रकार की घटनाएं सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाती हैं। हम ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लेते हैं और इसी कारण आरोपी को तत्काल हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है। हमारी प्राथमिकता है कि किसी भी प्रकार की सामुदायिक तनाव की स्थिति को रोकने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाए जाएं।”
इस घटना के बाद विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भी प्रतिक्रिया दी है।
हेल्प एशियन फाउंडेशन के राष्ट्रीय सचिव चौधरी अफसर ने कहा, “सोशल मीडिया का उपयोग आज के समय में लोगों को जोड़ने के लिए किया जाना चाहिए, न कि उन्हें तोड़ने के लिए। इस प्रकार की अभद्र टिप्पणियां समाज में वैमनस्य फैलाती हैं और इन्हें कदापि बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हैं और सभी से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं
समाजसेवी समर चौधरी ने भी इस घटना पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया पर फैलने वाली भड़काऊ सामग्री से समाज में तनाव उत्पन्न होता है। हमें मिलकर इसे रोकने की दिशा में काम करना चाहिए। पुलिस और प्रशासन की ओर से की गई त्वरित कार्रवाई से हमें आश्वासन मिला है कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा।”
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा रा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी पंडित प्रदीप शर्मा ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “इस प्रकार की घटनाएं समाज को बांटने का काम करती हैं। हमें संयम बरतना चाहिए और समाज में शांति और भाईचारे को बनाए रखना चाहिए। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है और हमें उम्मीद है कि दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।”
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो ने लोगों के बीच गहरी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। विभिन्न समुदायों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना को देखते हुए, प्रशासन ने सभी से संयम बरतने और किसी भी भड़काऊ सामग्री को साझा न करने की अपील की है।
श्री स्वतंत्र कुमार सिंह ने यह भी बताया कि पुलिस इस मामले में पूरी गहनता से जांच कर रही है और दोषियों को कानून के तहत कड़ी सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि शहर में शांति और सामुदायिक सौहार्द बना रहे। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए हम सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।”
इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री कितनी जल्दी सामुदायिक सौहार्द को खतरे में डाल सकती है। इसलिए, इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और सतर्कता की आवश्यकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सामुदायिक नेताओं की अपील के बावजूद, इस घटना ने सामाजिक और डिजिटल जिम्मेदारी की आवश्यकता को उजागर किया है। उम्मीद है कि समाज में शांति और सामुदायिक सौहार्द बना रहेगा और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सभी लोग मिलकर काम करेंगे।