चौधरी अफ़सर
गाजियाबाद, मसूरी: मसूरी के एक मशहूर नॉनवेज होटल में सफाई और स्वच्छता के दावों की पोल उस वक्त खुल गई जब वहां खाना खाने गए एक युवक की थाली में मरा हुआ कॉकरोच मिला। यह घटना सामने आते ही होटल में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और होटल मालिक आनन-फानन में होटल बंद कर फरार हो गया।
क्या है पूरा मामला?
शनिवार शाम को मुरादनगर निवासी यूसुफ अपने दोस्त के साथ मसूरी के मशहूर “बिहारी होटल” में खाना खाने पहुंचा। यह होटल अपने कोरमा और इस्टू जैसे नॉनवेज व्यंजनों के लिए जाना जाता है। लेकिन जब उसने अपनी थाली में खाना परोसा और खाना शुरू किया, तो अचानक उसकी नजर थाली में पड़े मरे हुए कॉकरोच पर पड़ी।
यूसुफ ने तुरंत होटल मालिक को बुलाया और विरोध जताया। होटल के मालिक रईस अहमद पहले तो बहाने बनाने लगे, लेकिन जब यूसुफ ने कड़ी आपत्ति जताई, तो मामला गरमा गया। इस बीच, यूसुफ की तबीयत बिगड़ने लगी और उसे उल्टियां होने लगीं, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाना पड़ा।
गंदगी की भेंट चढ़ रहे ग्राहक!
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह होटल पिछले 7-8 वर्षों से मसूरी एमजी रोड और पिपलैड़ा रोड पर संचालित हो रहा है। यहां सफाई व्यवस्था नाममात्र की है और जगह-जगह गंदगी, मरे हुए कीड़े-मकोड़े और बदबू बनी रहती है। ग्राहकों को अक्सर गंदगी की शिकायतें रहती थीं, लेकिन स्वाद के कारण लोग मजबूरी में खाना खाते थे।
घटना के बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने होटल का बहिष्कार कर दिया। जैसे ही बवाल बढ़ा, होटल मालिक रईस अहमद होटल बंद कर भाग निकला।
बिना फूड लाइसेंस कैसे चल रहा है होटल?
स्थानीय लोगों ने बड़ा सवाल उठाया है कि क्या इस होटल के पास फूड लाइसेंस और स्वच्छता प्रमाण पत्र है? यदि नहीं, तो प्रशासन अब तक क्यों सो रहा था?
यूसुफ ने इस मामले में थाना मसूरी में शिकायत दर्ज कराई है और होटल मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
क्या प्रशासन जागेगा या लोगों की जान से यूं ही होता रहेगा खिलवाड़?
यह मामला सिर्फ एक होटल तक सीमित नहीं है। गाजियाबाद और आस-पास के क्षेत्रों में सैकड़ों होटल बिना किसी स्वच्छता मानकों के चल रहे हैं। प्रशासन अब तक आंखें मूंदे बैठा है। सवाल यह उठता है कि क्या अब भी कोई कार्रवाई होगी या फिर लोग इसी तरह बीमार होते रहेंगे?
