अली की मौत पर परिजनों ने जताई हत्या और कुकर्म की आशंका, प्रशासन ने कब्र खुदवाकर शुरू की कानूनी कार्रवाई
यूसुफ खान (सं)
हापुड़/गाजियाबाद।
9 जून को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई डासना निवासी मोहम्मद अली की मौत के मामले ने अब गंभीर रूप ले लिया है। मृतक के परिजनों द्वारा हत्या और कुकर्म की आशंका जताए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है।
हापुड़ एसपी एवं जिलाधिकारी गाजियाबाद के आदेशों के अनुपालन में, डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्रनाथ तिवारी के निर्देश पर मंगलवार 22 जुलाई को बड़ी कार्रवाई की गई। डासना स्थित मखदूम शाह कब्रिस्तान में मृतक अली की कब्र को विधिक प्रक्रिया के तहत खोला गया।
इस मौके पर एसीपी प्रिया श्रीपाल, थाना प्रभारी वेव सिटी, पर्याप्त पुलिस बल, डॉ. अभिषेक पाल (सीएचसी डासना) और एक वीडियो ग्राफर मौजूद रहे। सुरक्षा और साक्ष्य संरक्षण की पूरी व्यवस्था की गई। कब्र से निकाले गए शव को गाजियाबाद मोर्चरी भेजा गया है, जहां पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारणों की वैज्ञानिक जांच की जाएगी।
क्या है मामला?
मोहम्मद अली, जो थाना वेव सिटी क्षेत्र के डासना 4 बीसा का निवासी था, 9 जून को रहस्यमय हालात में मृत पाया गया। शुरू में इसे सामान्य मौत मानकर दफना दिया गया, लेकिन कुछ ही समय बाद अली के परिजनों ने इस पर सवाल उठाते हुए हत्या की आशंका जताई।
परिजनों का आरोप है कि अली की मौत स्वाभाविक नहीं थी, बल्कि उसकी हत्या की गई और उसके साथ कुकर्म भी किया गया। इस मामले में गुफरान अली पुत्र फुरकान अली ने शिकायत दर्ज कराई है।
बताया गया कि मृतक के पिता नेत्रहीन हैं, जिससे शुरुआती चरण में वह कुछ नहीं कर सके, लेकिन अब परिवार ने न्याय की मांग को लेकर लगातार प्रशासनिक दरवाजे खटखटाए।
कानूनी प्रक्रिया शुरू
प्रशासन की ओर से मामले की निष्पक्ष जांच के लिए शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराने का फैसला किया गया है। अब जांच की दिशा और सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगी।
स्थानीय प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि यदि हत्या या यौन अपराध की पुष्टि होती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।