साहिबाबाद। उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने एक बार फिर खुद को एक भरोसेमंद आवास प्रदाता के रूप में साबित किया है। वसुंधरा सेक्टर-16 स्थित आवास विकास परिषद कार्यालय में मंगलवार, 29 जुलाई को फ्लैट आवंटन प्रक्रिया पूरी की गई, जिससे परिषद के खजाने में सीधे 110 करोड़ रुपये का राजस्व आया।
115 परिवारों को मिला अपना आशियाना
मेरठ जोन के उप आवास आयुक्त अनिल कुमार की अध्यक्षता में संपन्न इस आवंटन प्रक्रिया में कुल 115 संपत्तियों का आवंटन किया गया। यह फ्लैट सिद्धार्थ विहार योजना, वसुंधरा योजना और मंडोला विहार योजना के तहत उपलब्ध कराए गए।
इन योजनाओं के तहत गंगा, यमुना, हिंडन, शिखर, सपना-एक, सपना-दो और गुलमोहर जैसे विभिन्न टावर्स में स्थित फ्लैट शामिल हैं।
ऑनलाइन पंजीकरण से पारदर्शी प्रक्रिया
इन आवासीय योजनाओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 1 जून से 16 जून 2025 तक पूरी तरह ऑनलाइन माध्यम से कराई गई थी। इसके बाद, पंजीकृत आवेदकों के बीच उनकी प्राथमिकता और सहमति के आधार पर फ्लैटों का आवंटन किया गया।
110 करोड़ का राजस्व, आत्मनिर्भर परिषद की ओर एक कदम
इस आवंटन प्रक्रिया से आवास विकास परिषद को लगभग 110 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई है। यह न केवल परिषद की आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है, बल्कि आने वाले समय में नई योजनाओं के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुई प्रक्रिया
आवंटन प्रक्रिया के दौरान परिषद के वरिष्ठ अधिकारी जैसे अधीक्षण अभियंता अजय मित्तल, राकेश चंद्रा, निखिल महेश्वरी, अधिशासी अभियंता विकास गौतम और अन्य मौजूद रहे।