फर्जी बीमा अधिकारी बनकर बिटकाइन और ऑनलाइन टास्क के नाम पर करते थे ठगी, पांच आरोपी गिरफ्तार
गाजियाबाद। थाना साइबर क्राइम, कमिश्नरेट गाजियाबाद की टीम ने एक बड़े साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। ये आरोपी खुद को बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि या बीमा लोकपाल बताकर लोगों से कॉलिंग के माध्यम से संपर्क करते थे और बीमा पॉलिसी में अधिक मुनाफा या मिच्योरिटी अमाउंट से बिटकाइन खरीदने का झांसा देकर ठगी करते थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रवि प्रताप, विकास कुमार, नवीन प्रताप, अनुज और गुंजन शामिल हैं। इनके कब्जे से 5 मोबाइल फोन, 1 लैंडलाइन डिवाइस, 2 चेक, 1 एटीएम कार्ड, महिंद्रा XUV 500 कार और ₹1,83,000 नगद बरामद किए गए हैं। अब तक की जांच में करीब ₹44 लाख की साइबर ठगी की पुष्टि हुई है।
गिरोह ने उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु में अलग-अलग तरीकों से फ्रॉड की घटनाओं को अंजाम दिया। गाजियाबाद निवासी श्री महीपाल बिष्ट से मात्र कुछ महीनों में 36 लाख रुपये की ठगी की गई, जबकि हैदराबाद निवासी नरसिम्हा से 8 लाख और तमिलनाडु के वी. सर्वनन से 35 हजार रुपये की ठगी ऑनलाइन टास्क और होटल बुकिंग के नाम पर की गई।
गिरफ्तार आरोपी पहले बीमा कंपनियों में काम करते थे और वहीं से उन्होंने ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी हासिल की थी। आरोपी फर्जी सिम कार्ड और खातों का इस्तेमाल कर रकम इकट्ठा करते और एटीएम से नकद निकालकर आपस में बांटते थे। रवि प्रताप द्वारा इस्तेमाल की जा रही कार की किस्त भी साइबर ठगी के पैसे से भरी जा रही थी।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी पहले भी जेल जा चुके हैं। दिल्ली द्वारिका और जालौन में भी इनके खिलाफ मामले दर्ज हैं। साइबर सेल द्वारा बरामद मोबाइल, चैट और दस्तावेजों की जांच के बाद अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया गया है और आगे की विधिक कार्यवाही जारी है।