बारिश में जलभराव से जूझ रहा गाजियाबाद का मसूरी क्षेत्र, NHAI की लापरवाही से उभरी गंभीर समस्या

Date: 2025-07-23
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मसूरी क्षेत्र में बारिश बन रही आफत, NHAI की लापरवाही से सड़कों पर 3 फीट तक जलभराव
गाजियाबाद।
जनपद गाजियाबाद के मसूरी क्षेत्र में हर बारिश के साथ एक गंभीर समस्या सामने आ रही है। सावन के इस महीने में जैसे ही तेज बारिश होती है, पूरे क्षेत्र की सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई असामान्य स्थिति नहीं, बल्कि अब तो यह एक नियमित संकट बन चुका है। सड़कें पानी से लबालब भर जाती हैं और यह जलभराव करीब 2 से 3 फीट तक पहुंच जाता है, जिससे लोगों का चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है।

मुख्य कारण यह है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा सड़क के किनारे बनाए गए नाले पूरी तरह चोक व बंद पड़े हैं। इन नालों की समय पर सफाई और मरम्मत नहीं की गई, जिससे पानी की निकासी रुक गई है। तेज बारिश के बाद पानी सड़कों पर भर जाता है और न तो पैदल चलने वाले सुरक्षित हैं, न ही साइकिल, मोटरसाइकिल या अन्य छोटे वाहन। भारी वाहन जैसे ट्रक जब तेज रफ्तार से जलभराव वाले इलाकों से गुजरते हैं तो आसपास खड़े लोग पानी से पूरी तरह भीग जाते हैं, और कई बार घरों व दुकानों तक में पानी घुस जाता है।

स्थानीय निवासी बताते हैं कि सड़कों की हालत भी बेहद खराब है—कई जगहों पर सड़कें टूट चुकी हैं और गड्ढे बन गए हैं। ऐसे में बारिश का पानी उन गड्ढों में भरकर उन्हें और भी खतरनाक बना देता है।

इस क्षेत्रीय समस्या को लेकर हेल्प एशियन फाउंडेशन नामक सामाजिक संस्था ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से NHAI और अन्य संबंधित विभागों को टैग कर शिकायत भी की है। परंतु आज तक न तो कोई समाधान मिला है और न ही किसी अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर हालात की सुध ली है।

स्थानीय जनता में इस मुद्दे को लेकर काफी नाराज़गी है। लोग पूछ रहे हैं कि जब हर साल बारिश आती है और समस्या दोहराई जाती है, तो जिम्मेदार अधिकारी पहले से कोई तैयारी क्यों नहीं करते? आखिर NHAI कब तक अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़े रहेगा?

लोगों की मांग है कि जलनिकासी की व्यवस्था को तुरंत सुचारु किया जाए, बंद पड़े नालों की सफाई कराई जाए और सड़क मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया जाए, ताकि आने वाले दिनों में और अधिक परेशानी से बचा जा सके। जब तक ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक मसूरी क्षेत्र के लोग बारिश के साथ यह जलप्रलय झेलने को मजबूर रहेंगे।

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