पिरान कलियर।पिरान कलियर क्षेत्र में उस समय राजनीतिक माहौल गर्मा गया जब उत्तर प्रदेश की महिला सांसद इकरा हसन पर की गई एक आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर समाजसेवी व वरिष्ठ सुराज सुराज सेवा दल के वरिष्ट नेता इंतजार प्रधान ने कड़ा ऐतराज़ जताते हुए टिप्पणी करने वाले लोकेन्द्र राणा को सार्वजनिक रूप से चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले बयान न केवल लोकतंत्र का अपमान हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश भी मानी जाती है।
इंतजार प्रधान ने कहा कि इकरा हसन क्षेत्र की सांसद हैं और जनता के लोकतांत्रिक मत से चुनी गई प्रतिनिधि हैं। उनके खिलाफ अमर्यादित भाषा या झूठे आरोप लगाना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने लोकेन्द्र राणा को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भविष्य में ऐसी किसी भी प्रकार की टिप्पणी दोबारा की गई, तो झोझा मुस्लिम समाज इसका कड़ा विरोध करेगा।लोकेंद्र राणा नहीं,लोकेंद्र काणा है।राजपूत समाज को लोकेंद्र जैसे लोग कलंकित करने का काम कर रहे है। राजपूत समाज महिलाओ बहन, बेटिओ की सरक्षा व सम्मान देने का काम करता है ना कि अपमानित करने का काम करता है। इंतजार प्रधान ने कहा लोकेंद्र नामक व्यक्ति जो कि लोकेंद्र राणा बताकर निंदनीय घटना करके शोहरत हासिल करना चाह रहा था।लेकिन ऐसा हो नही सका क्योकि समाज मे सभी धर्म व बिरादरी मे अच्छे लोग भी रहते है जिन्होने लोकेंद्र राणा(लोकेंद्र काणे)को उस की औकात आईना दिखाने का काम किया।इंतजार प्रधान ने सख्त अल्फाजों मे कहा कि इकरा हसन सांसद बाद मे है पहले हमारी बहन बेटी है अगर किसी ने इस पर गलत टिप्पणी करनी चाहिए तो अच्छा नही होगा।
उन्होंने आगे कहा कि राजनीति में वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन किसी भी महिला नेता पर इस प्रकार की बयानबाज़ी करना निंदनीय है। इस बयान की निंदा करते हुए उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि राजनीति में गरिमा बनाए रखें और महिलाओं के सम्मान की रक्षा करें।
इंतजार प्रधान ने स्थानीय प्रशासन से भी मांग की कि इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया जाए और सांसद के मान-सम्मान के खिलाफ बोले गए अपशब्दों पर उचित कार्रवाई की जाए।
झोझा समाज व अन्य बिरादरी के लोगों ने भी इंतजार प्रधान के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि सांसद किसी भी दल की हो, वह जनता की प्रतिनिधि होती है, और उनके सम्मान की रक्षा करना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है।
यह घटना अब क्षेत्रीय राजनीति में चर्चा का विषय बन चुकी है, और उम्मीद की जा रही है कि इससे आने वाले समय में राजनीतिक संवाद की मर्यादा और मजबूत होगी।